
त्यूणी तहसील के रडू पंचायत के खेड़ा रूपाहा गांव में जंगल की आग से तीन परिवारों के मकान जलकर राख हो गए। यह घटना स्थानीय निवासी उदय सिंह के दो मंजिला लकड़ी से बने घर से शुरू हुई, जो पास के जंगल में लगी आग की चपेट में आ गया। इस घटना में उदय सिंह के अलावा सुरेंद्र और जसरी देवी के मकान भी जल गए। गनीमत रही कि आग लगने के समय परिवार के सदस्य खेती-बागवानी के काम से अपने बगीचों में गए हुए थे, जिससे कोई जनहानि नहीं हुई।
घटना के बाद गांववाले मौके पर एकत्रित हुए और आग बुझाने का प्रयास किया, लेकिन उनका प्रयास नाकाम रहा। इस हादसे में तीनों परिवारों का सारा सामान और मकान जलकर राख हो गए। बेघर हुए परिवारों ने शासन-प्रशासन से मदद की अपील की है। तहसीलदार सुशीला कोठियाल ने राजस्व निरीक्षक और क्षेत्रीय राजस्व उप निरीक्षक से जल्द ही नुकसान की रिपोर्ट देने को कहा है।
इस बीच, जंगल की आग के बढ़ते मामलों को देखते हुए वन महकमे ने फायर सीजन की शुरुआत की है। पिछले साल नवंबर से अब तक 20 घटनाएं हो चुकी हैं, जिसमें 39 हेक्टेयर से अधिक वन संपदा प्रभावित हुई है। हालांकि, इस बार वन विभाग ने आग पर काबू पाने के लिए विशेष कदम उठाने की योजना बनाई है, लेकिन वन आरक्षियों के कार्य बहिष्कार के कारण आग पर नियंत्रण पाना चुनौतीपूर्ण हो गया है।