बागेश्वर जिले के कफौली गांव में तेंदुए का बच्चा कुत्ते से बचने के लिए रसोई में घुस गया। वहां बैठी बेटी पर झपटने लगा। उधर बेटी पर तेंदुए के बच्चे को झपटता देख मां बेहोश हो गई। यह देख पिता ने तेंदुए के बच्चे को पेटी से ढक दिया। उधर पत्नी को अस्पताल भर्ती कराया। मौके पर पहुंची वन विभाग की टीम बच्चे को पकड़कर ले गई
ग्रामीण क्षेत्र में तेंदुए का आतंक बढ़ गया है। रविवार को जजी परिसर में तेंदुए का बच्चा घूमते हुए दिखा। जिसे वन विभाग की टीम पकड़कर ले आई थी। सोमवार की रात को तेंदुए का एक बच्चा कफौली गांव के त्रिलोचन पांडेय के आवास पर पहुंच गया। तेंदुए को देखकर उनका पालतू कुत्ता भौंकते हुए उस पर झपट गया।
बच्चा कुत्ते से बचने के चक्कर में रसोई में घुस गया। उधर किचन में कमला देवी (45) और उनकी बेटी विजया (16) खाना बना रहीं थी। तेंदुए का बच्चा सीधे विजया की तरफ गया और उस पर झपटने लगा तो उसने शोर करते हुए बाहर को दौड़ लगा दी। तेंदुए को देख कमला देवी दहशत में आ गईं। वह चीखते हुए भागने के दौरान गिरकर बेहोश हो गई। कुत्ते ने तेंदुए के बच्चे पर हमला कर दिया। त्रिलोचन ने कुत्ते को भगाकर तेंदुए के बच्चे को पेटी में बंद कर दिया। जिसके बाद उन्होंने वन विभाग को सूचना दी।
वन विभाग की टीम रेंजर श्याम सिंह के नेतृत्व में गांव पहुंची और बच्चे को अपने साथ ले आई। रेंजर ने बताया कि कुत्ते के साथ लड़ाई में वह जख्मी हो गया है। महिला को परिजन जिला अस्पताल लेकर आए। डॉ. वीके गुप्ता ने बताया कि महिला के जबड़ों में दिक्कत आई थी। फिलहाल उनकी हालत में सुधार हो रहा है।