
चट्टान टूटने से गोविंदघाट में बना मोटर पुल ध्वस्त होकर अलकनंदा नदी में समा गया है। इसके साथ ही पुलना गांव, हेमकुंड साहिब और फूलों की घाटी का संपर्क पूरी तरह से कट गया है। वहीं मलबे की चपेट में आने से एक व्यक्ति की मौत हो गई है।
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चट्टान टूटने से गोविंदघाट में बना मोटर पुल ध्वस्त होकर अलकनंदा नदी में समा गया है। इसके साथ ही पुलना गांव, हेमकुंड साहिब और फूलों की घाटी का संपर्क पूरी तरह से कट गया है। वहीं मलबे की चपेट में आने से एक व्यक्ति की मौत हो गई है।
बुधवार सुबह करीब दस बजे अचानक गोविंदघाट के सामने पहाड़ी से भारी भरकम चट्टान टूटकर सीधे अलकनंदा नदी पर बने सस्पेंशन ब्रिज (केबल के सपोर्ट पर बना पुल) पर गिर गई। एक झटके में पुल पत्थरों के साथ अलकनंदा नदी में गिर गया। पुल का पुलना की तरफ का हिस्सा नदी में गिर गया जबकि गोविंदघाट की तरफ का हिस्सा तिरछा होकर लटक गया। वहीं मलबे में एक व्यक्ति भी दब गया। घटना के बाद तहसील प्रशासन, एसडीआरएफ, स्वास्थ्य विभाग और लोनिवि की टीमें मौके पर पहुंची।
अस्थायी पुल का काम शुर
जिलाधिकारी डॉ. संदीप तिवारी ने बताया कि गोविंदघाट में पुल टूटने से हेमकुंड साहिब, फूलों की घाटी, पुलना और भ्यूंडार का संपर्क टूट गया है। लोनिवि ने ग्रामीणों की आवाजाही के लिए अस्थायी पुल का निर्माण शुरू कर दिया है। वहीं लोनिवि ने सामान्य आवाजाही के लिए 110 मीटर स्पान के वैली ब्रिज की जरूरत बताई है। इसका प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं।
डीएम के मुताबिक भूस्खलन की चपेट में आने से एक व्यक्ति की मौत हो गई है। एसडीआरएफ की टीम ने अपराह्न करीब चार बजे मलबे से शव को निकाल लिया। गोविंदघाट थाने के एसओ विनोद रावत ने बताया कि मृतक की पहचान जोगिंदर शर्मा (34 साल) पुत्र पारस निवासी सुदामा नगर थाना बेरिया, जिला बेतिया, चंपारण, बिहार के रूप में हुई है। जोगिंदर यहां कारपेंटर का काम करता था। वह पुलना से गोविंदघाट की तरफ आ रहा था। जैसे ही वह पुल के पास पहुंचा अचानक भूस्खलन हो गया।